फोटो का विवरण : प्रोटेक्शन इंटरनेशनल ने गोमा, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, में महिला मानवाधिकार रक्षकों के लिए एक सुरक्षा सत्र की मेजबानी की (जून 2020)
महामारी के इस साल में वायरस के प्रसार को समझना एक विशेष चुनौती रही है, लेकिन उसी तरह धन के प्रवाह को समझ पाना भी एक चुनौती बनी रही। सरकारों ने किन कंपनियों को संचालन की अनुमति दी, जबकि कुछ समूहों को धन के लिए तरसता छोड़ दिया गया? जब इस महामारी के बीच में वित्त का प्रबंधन करने और शुद्ध लाभ की गणना करने की बात आती है तब हमें पता चलता है कि इनमें कुछ स्पष्ट विजेता रहे हैं और कुछ हारे हुए हैं, लेकिन वहीं कुछ जबर्दस्त धोखेबाज भी हैं जिनमें वो भी शामिल हैं जिन्होंने कठिन वित्तीय समय के दौरान भी मुनाफा कमाने के लिए अपने मानवाधिकार दायित्वों को आसानी से दरकिनार कर दिया । जबकि कुछ निगम कठिनाई से आगे बढ़ रहे हैं, वहीं कई मानवाधिकार रक्षक (HRD) बड़े व्यवसायों से खतरा महसूस कर रहे हैं क्योंकि बाजार की कीमतों में हो रहे उतार -चढ़ाव से वे प्रभावित हो रहे हैं और अपनी सरकारों के प्रोत्साहन पैकेजों द्वारा उपेक्षित हो रहे हैं ।
विवरण : समानता की मांग करते हुए कोलंबिया में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हुए हैं (मई 2021 ) स्रोत : नथालिया सिये
किसी भी कीमत पर लाभ कमाने के लिए दृढ़ संकल्पित व्यवसाय
महामारी को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने वालों में अवसरवादी राज्य और सशस्त्र संगठन अकेले नहीं हैं; कुछ निजी निगमों ने बिना उचित परामर्श और सामुदायिक प्रतिक्रिया के डर के साल 2020 को पूरी तरह से अपनी व्यावसायिक योजना को आगे बढ़ाने के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया है। व्यवसाय और मानवाधिकार संसाधन केंद्र के अनुसार, मार्च से अक्टूबर 2020 के बीच HRD के खिलाफ 286 व्यवसाय-संबंधित हमले हुए हैं, जो पिछले साल की तुलना में 7.5 फीसदी ज्यादा हैं।
दुनिया भर में सरकारों ने कई मौकों पर संकट के दौरान मौलिक अधिकार और स्वतंत्रता की जगह मुनाफ़े को प्राथमिकता दी है। यह सबसे स्पष्ट रूप से सदर्न पेज़न्ट्स फेडरेशन ऑफ़ थाईलैंड (एसपीएफटी) के खिलाफ जारी हमलों से पता चलता है। एसपीएफटी के अपने क्षेत्र पर अधिकार को लेकर सालों से विवाद रहा है, लेकिन पिछले अक्टूबर में सन्ति पट्टाना समुदाय के एक सदस्य और नेता डैम ओनमुआंग की हत्या की कोशिश के बाद तनाव बढ़ गया । प्रोटेक्शन इंटरनेशनल क्षेत्र में पाम ऑयल कंपनी और एसपीएफटी के बीच भूमि विवाद को लेकर सभी सबूतों की गहन जांच करने और साथ ही श्री ओनमुआंग की हत्या के प्रयास की निष्पक्ष जांच की लगातार मांग कर रहा है । हत्या के प्रयास में गिरफ्तार अपराधी को हाल ही में आरोपित किया गया था और अब वह जेल की सजा पर अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा कर रहा है, लेकिन अपराध की साजिश करने वाली बौद्धिक ताकतों को अभी तक जवाबदेह नहीं ठहराया गया है।
प्रोटेक्शन इंटरनेशनल थाईलैंड की सुलक्षणा लामबोल के अनुसार, " श्री ओनमुआंग के साथ जो हुआ, उसके डर के कारण वह काम करने के लिए घर से निकल नहीं पा रहे हैं और इसलिए उन्हें ख़ुद की जगह अपनी जमीन पर कृषि कार्य करने के लिए श्रमिकों को रखना पड़ा। घटना के बाद से, उन्हें प्रति माह लगभग 300 - 500 डॉलर का नुकसान हो रहा है, जो इस घटना से पहले उनकी औसत आय थी।"
मेसोअमेरिका में खनन करने वाली कंपनियों और बड़ी-बड़ी परियोजनाओं ने पूरी महामारी के दौरान या तो अवैध तरीके से या सरकार से विशेष अनुमति प्राप्त कर अपना कार्य जारी रखा । 2019 में अपने चुनाव अभियान के दौरान, राष्ट्रपति जियामाटेई ने ग्वाटेमाला के निवेश माहौल में विश्वास बहाल करने का वादा किया था - विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय खनन कंपनियों के लिए - और ऐसा प्रतीत होता है कि वह अप्रत्याशित महामारी की परवाह किए बिना इसी तरह से काम करना जारी रखेंगे। ग्वाटेमाला में फेनिक्स निकल खदान, जो स्विट्जरलैंड स्थित सॉलवे इन्वेस्टमेंट ग्रुप द्वारा संचालित है, इस तथ्य के बावजूद लगातार काम कर रही है कि मार्च 2020 में अनावश्यक व्यवसायों को बंद करने का आदेश दिया गया था। इस प्रकार की कंपनियां जल को प्रदूषित करती हैं जिससे मछलियां दूर चली जाती हैं और वायु प्रदूषण को भी बढ़ावा मिलता है जो सांस संबंधी समस्याओं का कारण बनता है, यह बात ऐसी महामारी के दौरान विशेष रूप से चिंताजनक है जिसमें वायरस फेफड़ों पर हमला करता है ।
इस साल जनवरी में प्रोटेक्शन इंटरनेशनल ने HRD और ग्वाटेमाला में पैन अमेरिकन सिल्वर की एस्कोबल खदान के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रतिरोध आंदोलन के सदस्य जूलियो डेविड गोंजालेज अरंगो की हत्या के प्रयास तथा प्रतिरोधी आंदोलन के दो अन्य सदस्यों को मौत की धमकी की निंदा करने वाले 194 अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों का समर्थन किया। इस बीच, खनन कंपनी ऐसी सामुदायिक परियोजनाओं का काम जारी रखी हुई है, जिससे "तनाव और सामाजिक विभाजन बढ़ता है जिसे देखते हुए सभी कार्यों को स्थगित कर दिया जाना चाहिए।" कंपनी को [आस-पास के एक स्थानीय समुदाय] की ओर से भेजे गए बयान के अनुसार, "[ज़िंका] संसद ने भी कंपनी के सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों को जबरदस्ती और परामर्श की 'मुक्त' प्रकृति का उल्लंघन मानते हुए उनकी निंदा की है।"
असंभवता के झूठे बहाने के तहत राज्य के आंशिक और पूर्ण स्वामित्व वाले उद्यमों के द्वारा समुदाय के साथ अपने उचित परामर्श की जिम्मेदारियों को दरकिनार करने की कई रिपोर्टें हैं। अदूरदर्शी सरकारों ने आर्थिक कठिनाई का उपयोग विनाशकारी कार्यों का समर्थन करने के लिए एक बहाने के रूप में किया है, और जैसा कि प्रोटेक्शन इंटरनेशनल के मौरिसियो एंजेल बताते हैं, “वास्तव में, कुछ कंपनियों ने कोविड -19 का उपयोग अपने द्वारा स्थानीय समुदायों और दुनिया को पहुंचाए जाने वाले नुकसान से वैश्विक ध्यान हटाने के लिए किया है।
वित्तीय अस्थिरता मानवाधिकारों की रक्षा करने के अधिकार में बाधा बनती है
अधिकतर HRD के सामने आज सबसे व्यापक और ज्वलंत मुद्दों में से एक मुद्दा पैसों की तंगी की वास्तविकता है। भोजन काफी महंगा है, वैश्विक बेरोजगारी की दर कई दशकों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है और कोविड-19 से संबंधित स्वास्थ्य देखभाल की लागत ने कई लोगों की उपयोग करने लायक आय को बेहद कम कर दिया है। रोक के उपायों ने उन लोगों को हद से ज्यादा प्रभावित किया है, जो अनौपचारिक कार्य अर्थव्यवस्था पर निर्भर हैं। अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार दुनिया भर में प्रत्येक 10 श्रमिकों में से लगभग छह इस श्रेणी में आते हैं। कुल रोजगार में अनौपचारिक रोजगार का हिस्सा लातिन अमेरिका, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया में विशेष रूप से अधिक है,लेकिन कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य जैसे देशों में तो यह 97% तक उच्च है। और जैसा कि प्रोटेक्शन इंटरनेशनल की कार्यकारी निदेशिका लिलियाना डी मार्को कोएनन ने बताया है: "यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए शायद ही कभी भुगतान प्राप्त होता है, खासकर उन लोगों को जो तात्कालिक आवश्यकता के कारण कार्य करते हैं ।
विवरण : देश के अनुसार कुल रोजगार में अनौपचारिक रोजगार का हिस्सा. ILO का दिखाया गया नक्शा वैश्विक महामारी से पहले की स्थिति के संदर्भ में है। स्रोत : अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन
कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के हमारे सहयोगियों ने "खाद्य असुरक्षा" को देश में HRD के लिए सबसे अधिक दबाव वाला मुद्दा बताया है । खाद्य और कृषि संगठन का सबसे हालिया खाद्य मूल्य सूचकांक इशारा करता है कि खाद्य वस्तुओं की औसत कीमत नौ महीने की लगातार बढ़ोतरी के बाद जनवरी 2021 में फिर से बढ़ी है । अप्रैल और मई 2020 में, एक्शन प्योर ला लुट्टे कॉन्ट्रे लइनजस्टिस सोशले और रेनबो सनराइज मैपम्बाज़ुको ने दिखाया कि देश में LGBTI (एलजीबीटीआई) HRD बड़ी संख्या में बेघर हो गए हैं जिससे उनकी सामाजिक अस्थिरता, खाद्य असुरक्षा और खराब स्वास्थ्य की स्थिति और बुरी हुई है।
और ऐसे में कोविड -19 से पीड़ित हो जाने की कीमत बेशक हर मायने में काफी अधिक है। यह उन HRD के लिए विशेष रूप से सच है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा श्रेणीबद्ध सबसे कम विकसित देशों (LCD ) में काम कर रहे हैं। इन देशों में हर दो में से एक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में पीने योग्य पानी नहीं है, जिससे स्वास्थ्यकर्मियों और रोगियों पर जोखिम बढ़ रहा है। HRD की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना मानवाधिकारों की रक्षा करने के उनके अधिकार को सक्षम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहला कदम है, जो एक ऐसा अधिकार है जिस पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए और न ही लगाई जा सकती है।
दुनिया के आर्थिक रूप से स्थिर होने और सुरक्षित रूप से फिर से खुलने की प्रतीक्षा करने के दौरान बहुत सारे काम किए जाने बाकी हैं। हम व्यापार और मानवाधिकारों से संबंधित सीखे गए सबकों पर विचार करके शुरुआत कर सकते हैं तथा निगरानी और निरीक्षण के महत्व की गणना कर सकते हैं। नागरिक समाज संगठन वर्तमान और भविष्य के अंतरराष्ट्रीय संकटों पर अधिक तेज़ी से प्रतिक्रिया देने के लिए आपसी समन्वय में सुधार पर काम करना जारी रख सकते हैं। हम मानवाधिकार रक्षकों से संबंधित अत्यधिक हानिकारक विमर्शों के वायरल होने से पहले ही उनका खंडन करने के लिए भी मिलकर बेहतर काम कर सकते हैं। लेकिन, ज्यादातर हम IACHR और जीरो टॉलरेंस इनिशिएटिव के उन बयानों को ही दोहराते हुए आग्रह करना चाहेंगे कि राज्य महामारी के बचे हुए काल में और बाद में भी मानवाधिकार रक्षकों के कार्यों को सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए ज्यादा प्रयत्न करें। इसमें भी उन महिला, ग्रामीण, स्वदेशी और अन्य अल्पसंख्यक HRD की जरूरतों पर विशेष जोर देने की जरूरत है, जो बेहद जोखिम में हैं। राज्यों को काम करने से जुड़े जोखिमों को कम करके मानवाधिकारों की रक्षा की लागत को कम करने की जरूरत है। ऐसे में जब टीके कोविड -19 से लड़ने के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभर रहे हैं, यह महत्वपूर्ण है कि HRD को अंधेरे में न छोड़ा जाए।